हमारा शांत दरभंगा बन चुका है चोरों की शरणस्थली, सबसे ज्यादा अपराधिक लोग इसी इलाके में है सुरक्षित, एलएनमयू के पूर्व जैम ऑफिसर प्रो० प्रनतारति भंजन के सरकारी क्वार्टर में लाखों की चोरी।
इन दिनों दरभंगा चोरों का हॉटस्पॉट बन गया है। एक चोरी रुकती नहीं है कि दूसरे जगह चोरी हो जाती है। बीते कुछ दिनों के अंदर दरभंगा शहर में जिस तरह चोरी की घटनाएं बढ़ रही है। पढ़ें पूरी खबर
दरभंगा:- इन दिनों दरभंगा चोरों का हॉटस्पॉट बन गया है। एक चोरी रुकती नहीं है कि दूसरे जगह चोरी हो जाती है। बीते कुछ दिनों के अंदर दरभंगा शहर में जिस तरह चोरी की घटनाएं बढ़ रही है। यह कहीं न कहीं जिला प्रशासन दरभंगा के लिये खुली चुनौती है। आम तो आम खास लोग भी इन शातिर चोरों के रडार पर हैं। वरीय पुलिस अधीक्षक दरभंगा के आवास से सटे एक दरोगा के आवास में, एसडीओ के आवास में, व्यवहार न्यायालय दरभंगा के न्यायिक दंडाधिकारी के आवास में, दरभंगा राजघराना, मिथिला विश्वविद्यालय के पूर्व उप परीक्षा नियंत्रक सह अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष सेवानिवृत्त शिक्षक प्रो० हिमांशु शेखर के आवास व शिवधारा बाजार से लेकर दरभंगा के विभिन्न क्षेत्रों में चोरी की घटनाएं लगातार बढ़ रही है।
इसी कड़ी में अब इन शातिर चोरों के रडार पर मिथिला विश्वविद्यालय के पूर्व जैम ऑफिसर सह विश्वविद्यालय अर्थशास्त्र विभाग के विभागीय शिक्षक प्रो० प्रनतारति भंजन के श्यामा मंदिर से सटे मिथिला विश्वविद्यालय के सरकारी क्वार्टर में चोरों ने घर का ताला तोड़, घर के अंदर रखे दो गोदरेज से लाखों के आभूषण ले उड़े। गृहस्वामी छठ में अपने गाँव गये थे। जब कल शाम वो लौटे तो देखा कि घर का सामने वाला ताला लगा हुआ है। जब वो ताला खोल घर में प्रवेश किया तो देखा कि घर के अंदर सारा सामान व कपड़ा इधर-उधर बिखरा हुआ है। जब तक वो कुछ समझ पाते तब तक देखते हैं कि घर के अंदर रखें दो गोदरेज का ताला टूटा हुआ है। चोर पिछले दरवाजे के ताला को तोड़ घर के अंदर प्रवेश किया है। पूरे घटना क्रम को इतने शातिराना अंदाज में किया गया है कि अगल-बगल किसी को भनक तक नहीं लगी। चोरों ने मुख्य रूप से स्वर्ण आभूषण की चोरी की है।
बाकी सारा सामान इधर उधर बिखरा हुआ है। फौरन उन्होंने मिथिला विश्वविद्यालय के कैंपस थाना को सूचना दी और सनहा दर्ज कराया है। रात में ही पुलिस उनके घर आकर तहकीकात की। गृहस्वामी के मुताबिक अभी सारे स्वर्ण जेवरात के मूल्य का आकलन किया जा रहा है। करीब लाखों रुपये मूल्य के सभी गहने की चोरी हो गयी है। बाकी तो सारे सामानों के मिलान के बाद ही पता चल पाएगा कि और क्या-क्या चोरी हुई है? बीते पिछले कुछ दिनों के घटनाक्रम को देखें तो यह प्रतीत होता है कि चोरों ने दरभंगा शहर के विभिन्न घरों की महीनों रेकी की है और जिस प्रकार सभी जगह समान तरीके से ताला टूट रहा है और नकद पैसे संग स्वर्ण आभूषण की चोरी हो रही है उससे यह तो स्पष्ट है कि एक ही गिरोह सब जगह इस घटना को अंजाम दे रही है।
चोरों के दुःसाहस को देखें तो यह स्पष्ट होता है कि यह कोई सामान्य चोर का गिरोह नहीं बल्कि शातिर गिरोह है जो कि अंतरजिला या अन्तरर्राजीय गिरोह हो सकती है जो पूरे शातिराना ढ़ंग से चोरी की घटनाओं को शहर के विभिन्न इलाकों में अंजाम दे रही है। इधर दरभंगा पुलिस की हाथ खाली है और वो हवा में तीर चला रही है। नगर थानाध्यक्ष मदन प्रसाद को राजघराने परिवार में चोरी के मामले में निलंबित भी कर दिया गया है। अभी तक इन शातिर चोरों के गिरेबानों तक पुलिस नहीं पहुंच पाई है। यह शातिर चोरों के द्वारा पुलिस प्रशासन को खुली चुनौती है। पुलिस के गश्ती दल पर भी लोग प्रश्न उठा रहे हैं कि जब पुलिस अगर गश्त करती है तो फिर यह घटना दिन-प्रतिदिन कैसे बढ़ता जा रहा है। इधर शाम होते ही शहरवासी सकते में आ जाते हैं कि पता नहीं अगला नम्बर किसका आयेगा?