कोतवाली थानाध्यक्ष पर कार्यवाही के बजाय बचाने में लगे हैं जांचकर्ता अधिकारी, कार्यवाही के लिए पर्याप्त साक्ष्य के बावजूद जांच का नाम संदेहास्पद: अभिजीत कुमार
मानवाधिकार इमरजेंसी सोशल हेल्पलाइन के प्रदेश अध्यक्ष अभिजीत कुमार ने वरीय पुलिस अधीक्षक पुनः पत्र भेज अविलंब थाना प्रभारी को थाना अध्यक्ष पद के कार्यभार से मुक्त कर विभागीय कार्यवाही करने का अनुरोध किया है। पढ़ें पूरी खबर
दरभंगा:- मानवाधिकार इमरजेंसी सोशल हेल्पलाइन के प्रदेश अध्यक्ष अभिजीत कुमार ने वरीय पुलिस अधीक्षक पुनः पत्र भेज अविलंब थाना प्रभारी को थाना अध्यक्ष पद के कार्यभार से मुक्त कर विभागीय कार्यवाही करने का अनुरोध किया है अपने पत्र में प्रदेश अध्यक्ष ने लिखा कि नशीली प्रतिबंधित दवा बरामद होने के बाबजूद थानाध्यक्ष द्वारा प्राथमिकी दर्ज ना कर अवैध वसूली कर आरोपित को मुक्त कर दिया गया शिकायत के बाद थाना प्रभारी द्वारा मिडिया में अपने बचाव में यह बयान दिया गया की जप्त प्रतिबंधत दवा पेट दर्द और प्रेगनेंशी से सम्बन्धित था प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि अगर कुछ देर के लिए थाना प्रभारी का बयान को सही भी माना जाय तो फिर आरोपित को हथकड़ी क्यों लगाया गया जो क़ानून और मानवाधिकार का उल्लंघन है।
इस तरह के कृत्य को अंजान देने वाले भ्रष्ट कर्तव्यहीन थानेदर का वीडियो साक्ष्य होने के बावजूद जॉच का नाम देकर अब तक पद पर रहने देना लोकहित में उचित नहीं है आगे प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि जिले के आधिकांश मामले देखा जाता है कि वरीय अधिकारी द्वारा गंभीर मामले में जांच अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी और कम गंभीर मामले में पुलिस निरीक्षक को जांच का जिम्मा दिया जाता है लेकीन जांचकर्ता आधिकारी द्वारा ऐसे भ्रष्ट आचरण वाले पुलिस अधिकारी को संरक्षण देकर वरीय अधिकारी को गलत प्रतिवेदन प्रस्तुत गुमराह करते हैं और वरीय अधिकारी भी जांचकर्ता अधिकारी के प्रतिवेदन में अपनी सहमति दे मामले को खत्म कर दिया जाता है।