मकर संक्रांति 2025: दरभंगा में बढ़ी दही की डिमांड, अंशु डेयरी ने 20 हजार किलो किया स्टॉक
वैसे तो मिथिला में सालों भर दही चूड़ा खाने का चलन है. यहां पूरे साल लोग सुबह के नाश्ते में दही चूड़ा पसंद करते हैं. इसलिए दही की दुकानों पर रोजाना अच्छी-खासी बिक्री होती है. लेकिन मकर संक्रांति को लेकर दही की मांग और बढ़ गई है. पढ़े पुरी खबर.......
दरभंगा:- वैसे तो मिथिला में सालों भर दही चूड़ा खाने का चलन है. यहां पूरे साल लोग सुबह के नाश्ते में दही चूड़ा पसंद करते हैं. इसलिए दही की दुकानों पर रोजाना अच्छी-खासी बिक्री होती है. लेकिन मकर संक्रांति को लेकर दही की मांग और बढ़ गई है.
सिर्फ दरभंगा के अंशु डेयरी से ही अबतक बीस हजार किलो दही क़ी बिक्री हो चुकी है. वहीं, वहीं राज किला अवस्थित अंशु डायरी के प्रोपराइटर अजय सिंह ने बताया की मकर संक्रांति को लेकर बाज़ारों में दही की डिमांड बढ़ गयी है. अभी तक 20 हज़ार लीटर दही की बिक्री हो चुकी और दरभंगा में दही घटे नहीं इसके लिए 30 हजार किलो से जायदा दही स्टॉक कर लिया गया है.
इसके अलावा दरभंगा के तमाम मिठाई क़ी दुकानों से दही क़ी बिक्री में पांच गुना से ज्यादा क़ा इजाफा हुआ है. दुकानदारों ने भी पहले के मुकाबले काफी मात्रा में दही स्टॉक की तैयारी कर रखी है. वहीं, बात चूड़ा क़ी करें तो धान क़ी नई फ़सल आने के साथ ही नया चूड़ा भी बाजार में उपलब्ध हो गया है. चूड़ा क़ी खुशबू से भी बाजार गुलजार है. उम्मीद जताई जा रही है कि इस साल मकर संक्रांति को लेकर करीब एक हजार क्विंटल चूड़ा क़ी बिक्री होगी.
तिलकुट 260 से 300 रुपये प्रति किलो: वहीं, तिलकुट की सोंधी महक लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने लगती है. हिंदू धर्म में मकर संक्रांति का एक अलग महत्व है. लोग इस दिन तिल के बने पकवान और दही चूड़ा खा कर पर्व का आगाज करते हैं. मकर संक्रांति को लेकर तिलकुट की दुकान एक माह पहले से भी सज चुकी है. लोग इसकी खरीदारी में उत्साह भी दिखा रहे हैं. दुकानदार भी बिक्री को लेकर काफी खुश हैं. दुकानदारों का कहना है कि महंगाई के बावजूद इस बार तिलकुट की बिक्री काफी अच्छी हो रही है. बाजार में 260 रुपये से लेकर 300 रुपये प्रति किलो तक तिलकुट की बिक्री की जा रही है.