दरभंगा: बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर सभागार में DM राजीव रौशन की अध्यक्षता में लेंगिक समानता एवं लिंग आधारित हिंसा को रोकने हेतु मुद्दों को लेकर की गई बैठक
लैंगिक समानता एवं लिंग आधारित हिंसा को रोकने के मुद्दों से संबंधित राष्ट्रीय कार्यक्रम “नयी चेतना अभियान – पहल बदलाव की ओर” कार्यक्रम का शुभारंभ बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर सभागार में जिलाधिकारी राजीव रौशन एवं उपस्थित पदाधिकारियों द्वारा फीता काटकर एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया. पढ़ें पूरी खबर.....
दरभंगा :- लैंगिक समानता एवं लिंग आधारित हिंसा को रोकने के मुद्दों से संबंधित राष्ट्रीय कार्यक्रम “नयी चेतना अभियान – पहल बदलाव की ओर” कार्यक्रम का शुभारंभ बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर सभागार में जिलाधिकारी श्री राजीव रौशन एवं उपस्थित पदाधिकारियों द्वारा फीता काटकर एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया।
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उल्लेखनीय है कि महिला एवं बाल विकास निगम एवं जीविका द्वारा लैंगिक समानता लाने हेतु विशेष प्रयास के तौर पर इस वर्ष 25 नवम्बर (महिला हिंसा उन्मूलन के लिए निर्धारित अंतर्राष्ट्रीय दिवस) से 20 दिसम्बर तक कुल - 4 सप्ताह का लैंगिक समानता एवं लिंग आधारित हिंसा को रोकने के मुद्दों से संबंधित “नई चेतना-पहल बदलाव की ओर” कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
गौरतलब है कि इस वर्ष समुदाय के नेतृत्व में चलाये जाने वाले इस कैम्पेन का थीम - लैंगिक समानता एवं लिंग आधारित हिंसा का उन्मूलन है। कार्यक्रम की शुरुआत में माउंट समर कान्वेंट स्कूल की बच्चियों द्वारा स्वागात गान प्रस्तुत किया गया। तत्पश्चात जिलाधिकारी द्वारा कार्यक्रम में सभी अतिथियों को लिंग आधारित भेदभाव और हिंसा के मौलिक मानवाधिकारों का उल्लंघन जैसे विषयों को लेकर शपथ भी दिलाया गया।
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कार्यक्रम में उपस्थित ऋषि कुमार, जिला मिशन समन्वयक, जीविका के मैनेजर नरेश कुमार एवं बी.आई.ए.जी/यूनिसेफ के जिला समन्वयक श्याम कुमार सिंह द्वारा हिंसा उन्मूलन, घरेलू हिंसा, लिंग आधारित भेदभाव और हिंसा मौलिक मानवाधिकारों जैसे विषयों एवं 25 नवम्बर से 20 दिसम्बर का आयोजित किये जाने वाले गतिविधिओं के बारे में पावर पॉइंट प्रस्तुतिकरण के माध्यम से विस्तृत रूप से जानकारी दी।
जिलाधिकारी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि लैंगिक हिंसा का सभ्य समाज में कोई जगह नहीं है I उन्होंने कहा कि लैंगिक हिंसा के संबंध में बने कानूनों का पालन करना आवश्यक है, जिसके लिए जरुरी है, जन-जागरूकता बढ़े, इसलिए इस अभियान को सफल बनाएँ। श्रीमती अंकिता कश्यप, एस.पी.एम, महिला एवं बाल निगम ,बिहार द्वारा बताया गया कि लिंग आधारित हिंसा की जड़ें लैंगिक भेदभाव तक जाती है। किसी भी तरह की हिंसा गलत है और किसी भी परिस्थिति में स्वीकार्य योग्य नहीं है। शारीरिक, मानसिक और आर्थिक हिंसा को पहचानते हुए इसका प्रतिकार करना होगा।
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उन्होंने आगे यह भी बताया कि जीविका दीदी तथा अंतिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं (FLW) की भूमिका सबसे अहम है और इस मंशा के हेतु अग्रदूत साबित हो सकता है। जिला प्रोग्राम पदाधिकारी (समेकित बाल विकास परियोजना) द्वारा बताया गया कि यह अभियान महिला एवं बाल विकास निगम एवं जीविका के संयुक्त तत्वावधान में शुरू किया जा रहा, जो एक जन-जागरूकता है।
उन्होंने कहा कि इसके पीछे विचार यह है कि लैंगिक हिंसा के मामलों को चर्चा के केन्द्र में लाना और उनके अधिकारों के संरक्षण के लिए उपलब्ध नियमों व उपलब्ध तंत्र व उपायों के जरिए उनकी समस्या या शिकायतों के समाधान की जानकारी प्रदान किया जाएगा। उक्त कार्यक्रम का सफल संचालन श्रीमती अजमातुन निशा, केन्द्र प्रशासक, वन स्टॉप सेण्टर द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत में जिला प्रोग्राम पदाधिकारी (समेकित बाल विकास परियोजना) डॉ. रश्मि वर्मा द्वारा अभियान के बारे में संक्षिप्त विवेचन एवं कार्यक्रम के उद्देश्य से सभी प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करते हुए धन्यवाद ज्ञापन किया गया।
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उक्त अवसर पर नगर पुलिस अधीक्षक सागर कुमार, अनुमण्डल पदाधिकारी, सदर सुश्री चन्द्रिमा अत्री, संयुक्त निदेशक-सह-उप निदेशक, जन सम्पर्क नागेन्द्र कुमार गुप्ता, जिला कल्याण पदाधिकारी मो. असलम अली, पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) इमरान अहमद, सहायक निदेशक, सामाजिक सुरक्षा नेहा कुमारी, डी.पी.एम (जीविका) डॉ, ऋचा गार्गी, सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी के साथ-साथ अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे।