दरभंगा में लगिंक हिंसा का विरोध करने की जिलाधिकारी ने दिलायी शपथ

दरभंगा समाहरणालय अवस्थित बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर सभागार में सखी वन स्टॉप सेन्टर, दरभंगा द्वारा लैंगिक हिंसा के विरुद्ध अंतराष्ट्रीय महिला जागरूकता पखवाड़ा के तहत पांचवे दिन जिला पदाधिकारी राजीव रौशन की अध्यक्षता में लैंगिक हिंसा के विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय महिला जागरूकता रैली एवं महिला हिंसा रोकने में पुरुषों की भूमिका पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। पढ़ें पूरी खबर

दरभंगा में लगिंक हिंसा का विरोध करने की जिलाधिकारी ने दिलायी शपथ

दरभंगा, समाहरणालय अवस्थित बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर सभागार में सखी वन स्टॉप सेन्टर, दरभंगा द्वारा लैंगिक हिंसा के विरुद्ध अंतराष्ट्रीय महिला जागरूकता पखवाड़ा के तहत पांचवे दिन जिला पदाधिकारी राजीव रौशन की अध्यक्षता में लैंगिक हिंसा के विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय महिला जागरूकता रैली एवं महिला हिंसा रोकने में पुरुषों की भूमिका पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस दौरान किलकारी दरभंगा के बच्चों द्वारा स्वागत गान की भव्य प्रस्तुति की गई। आगत अथितियों का स्वागत एवं विषय प्रवेश डी.पी.ओ, (आई.सी.डी एस) डॉ रश्मि वर्मा द्वारा किया गया। तत्पश्चात जिलाधिकारी के द्वारा उपस्थित लोगों को शपथ दिलाई गई कि "अपने परिवार समाज एवं देश के महिलाओं के साथ होने वाली लैंगिक हिंसा का हमेशा विरोध करूँगी। महिलाओं की अस्मिता को धुमिल करने वाले किसी भी कृत्य में प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से मेरी भागीदारी नहीं होगी। साथ ही महिला उत्पीड़न का कोई मामला मेरे संज्ञान में आने पर दोषी व्यक्ति के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करवाना सुनिश्चित करूंगी।

इस अवसर पर अपने संबोधन में जिलाधिकारी उपस्थित प्रतिभागियों के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा बिहार में महिला हिंसा के विरुद्ध बने कानून को लागू करने के लिए सरकार संकल्पित है। साथ ही उन्होंने कहा कि महिला-पुरुष दोनों एक दूसरे के पूरक हैं। पुरुष के परवरिश में ही महिला की पूर्ण भूमिका होनी चाहिए, उसका देख-रेख संरक्षण एवं शिक्षा प्रदान किया जाएगा, इसी से मन, विचार, एवं व्यवहार विकसित होगी, जो व्यक्ति में अनुशासन लाता है और इसके लिए परिवार प्राथमिक संस्था है। इसके साथ ही उन्होंने महिला पुरुष में भेदभाव मिटाने, लैंगिक हमला को रोकने के लिए समाज के प्रबुद्ध एवं जिम्मेदार लोगों को को अपनी भूमिका निर्वहन करने की अपील की। इस अवसर पर अनुमण्डल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, सदर नयना ने कहा कि महिला के विरुद्ध हिंसा रोकने में जिनती पुरुष की भूमिका है, उतनी ही महिला की।          किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य अजीत कुमार मिश्रा ने अपने संबोधन में कहा कि महिला हिंसा के रोकथाम पर अनेको प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए समाज में स्थायी एवं सकारात्मक बदलाव के लिए घर के कार्यो में भी पुरुषों की भागीदारी तय होनी चाहिए।

जिला उपभोक्ता फोरम के सदस्य रविन्द्र कुमार ने महिला हिंसा रोकथाम की शुरुआत अपने घर से करने की बात कही। कार्यक्रम में चाइल्डलाइन केन्द्र समन्वयक अराधना कुमारी, बाल कल्याण समिति के सदस्य इंदिरा कुमारी, इंटर एजेंसी के प्रतिनिधि श्याम कुमार सिंह ने भी अपने अपने विचार रखे। उक्त अवसर पर उप निदेशक, जन सम्पर्क नागेन्द्र कुमार गुप्ता, जिला पंचायत पदाधिकारी आलोक राज, सच्चिदानंद झा, पंकज कुमार चौधरी आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन वन स्टॉप सेंटर के केन्द्र प्रबंधक अज़्मतुन निशा के द्वारा किया गया।