दरभंगा के समाहरणालय में प्रशासनिक अनुशासन का अद्भुत नज़ारा जब डीएम कौशल कुमार और एसएसपी जगुनाथ रेड्डी की जोड़ी उतरी मैदान में, धूप की तपिश में भी नहीं थमी सक्रियता, नामांकन केंद्रों का किया औचक निरीक्षण, हर व्यवस्था पर खुद रखी नज़र दरभंगा में निष्पक्ष चुनाव की तैयारी का नया अध्याय, प्रशासन ने भरोसे और व्यवस्था दोनों की तस्वीर गढ़ी

बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 की उलटी गिनती शुरू होते ही दरभंगा प्रशासन पूरे एक्शन मूड में है। शुक्रवार को समाहरणालय परिसर का नज़ारा कुछ यूं था मानो शासन की नब्ज़ वहीं धड़क रही हो। जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी कौशल कुमार और वरीय पुलिस अधीक्षक जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी ने जब संयुक्त रूप से नामांकन केंद्रों का औचक निरीक्षण किया तो पूरा परिसर अनुशासन, व्यवस्था और तैयारी की गवाही दे रहा था. पढ़े पूरी खबर......

दरभंगा के समाहरणालय में प्रशासनिक अनुशासन का अद्भुत नज़ारा जब डीएम कौशल कुमार और एसएसपी जगुनाथ रेड्डी की जोड़ी उतरी मैदान में, धूप की तपिश में भी नहीं थमी सक्रियता, नामांकन केंद्रों का किया औचक निरीक्षण, हर व्यवस्था पर खुद रखी नज़र दरभंगा में निष्पक्ष चुनाव की तैयारी का नया अध्याय, प्रशासन ने भरोसे और व्यवस्था दोनों की तस्वीर गढ़ी
दरभंगा के समाहरणालय में प्रशासनिक अनुशासन का अद्भुत नज़ारा जब डीएम कौशल कुमार और एसएसपी जगुनाथ रेड्डी की जोड़ी उतरी मैदान में, धूप की तपिश में भी नहीं थमी सक्रियता, नामांकन केंद्रों का किया औचक निरीक्षण, हर व्यवस्था पर खुद रखी नज़र दरभंगा में निष्पक्ष चुनाव की तैयारी का नया अध्याय, प्रशासन ने भरोसे और व्यवस्था दोनों की तस्वीर गढ़ी

दरभंगा। बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 की उलटी गिनती शुरू होते ही दरभंगा प्रशासन पूरे एक्शन मूड में है। शुक्रवार को समाहरणालय परिसर का नज़ारा कुछ यूं था मानो शासन की नब्ज़ वहीं धड़क रही हो। जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी कौशल कुमार और वरीय पुलिस अधीक्षक जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी ने जब संयुक्त रूप से नामांकन केंद्रों का औचक निरीक्षण किया तो पूरा परिसर अनुशासन, व्यवस्था और तैयारी की गवाही दे रहा था।

प्रखर धूप में भी प्रशासनिक टीम की सक्रियता उस आत्मविश्वास की मिसाल पेश कर रही थी, जो एक शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव की नींव रखती है। दोनों अधिकारी पैदल भ्रमण पर थे बिना किसी दिखावे के, लेकिन आंखों में सख़्त अनुशासन की चमक थी। उनके पीछे-पीछे पुलिस बल और प्रशासनिक पदाधिकारी कदमताल कर रहे थे, जैसे यह एक मिशन हो “चुनाव 2025 का मिशन शुचिता।”

डीएम कौशल कुमार ने निरीक्षण के दौरान 85-बहादुरपुर, 84-हायाघाट, 82-दरभंगा ग्रामीण एवं 86-केवटी विधानसभा क्षेत्रों के लिए बनाए गए नामांकन केंद्रों की व्यवस्थाओं को बारीकी से परखा। हर कक्ष, हर टेबल, हर व्यवस्था पर उनकी नज़र थी कहीं कोई कमी न रह जाए, यही उनका उद्देश्य था। वहीं, एसएसपी जगुनाथ रेड्डी की उपस्थिति से सुरक्षा व्यवस्था का भरोसा साफ झलक रहा था। निरीक्षण के क्रम में दोनों अधिकारियों ने समाहरणालय स्थित सिंगल विंडो केंद्र का भी जायजा लिया और अनुमंडल पदाधिकारी विकास कुमार को बेहतर संचालन का स्पष्ट निर्देश दिया। डीएम ने कहा कि “नामांकन प्रक्रिया के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। सभी विधानसभा क्षेत्रों में नामांकन कार्य पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न 3 बजे तक सुचारू रूप से संपन्न होगा।”

दरभंगा के समाहरणालय परिसर में उस दिन की सुबह कुछ अलग थी न सामान्य भीड़, न अफरा-तफरी, बस व्यवस्था की अनुशासित लय। ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो चुनाव की पूर्व संध्या पर प्रशासन ने अपनी रणनीति की हर परत को कस दिया हो। एसएसपी जगुनाथ रेड्डी का शांत मगर दृढ़ नेतृत्व उस निरीक्षण का दूसरा प्रमुख आकर्षण था। दरभंगा की जनता जानती है कि उनके कार्यकाल में पुलिस कितनी सतर्क और जवाबदेह बनी है। चुनावी मौसम में सुरक्षा सबसे बड़ी चुनौती होती है और जगुनाथ रेड्डी का यह फील्ड निरीक्षण दर्शाता है कि वे इस चुनौती को सिर्फ़ कागज़ पर नहीं, ज़मीनी सच्चाई में समझते हैं। निरीक्षण दल में सहायक समाहर्ता के परीक्षित, उपनिदेशक जनसंपर्क सह उप निर्वाचन पदाधिकारी सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे। सभी के चेहरों पर गम्भीरता और ज़िम्मेदारी का भाव साफ झलक रहा था। दरभंगा प्रशासन इस बार किसी जोखिम को जगह नहीं देना चाहता। डीएम और एसएसपी का यह संयुक्त औचक निरीक्षण इस बात का संकेत है कि जिले में निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और पारदर्शी चुनाव कराने के लिए प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है।

दरभंगा का समाहरणालय इन दिनों केवल एक सरकारी भवन नहीं, बल्कि लोकतंत्र की तैयारी का केंद्र बन चुका है। और जब कौशल कुमार और जगुनाथ रेड्डी जैसे अधिकारी एक साथ कदम से कदम मिलाकर मैदान में उतरते हैं तब यह भरोसा और गहरा हो जाता है कि दरभंगा में प्रशासन सिर्फ़ कार्यालयों में नहीं, सड़कों पर भी जगा हुआ है।