औचक निरीक्षण से गूंज उठा मिथिला: डीआईजी स्वप्ना गौतम मेश्राम ने दरभंगा सदर-1 एसडीपीओ कार्यालय का किया निरीक्षण, अपराध नियंत्रण से लेकर दुर्गा पूजा की सुरक्षा और आगामी चुनाव तक दिए सख्त निर्देश, फरार वारंटियों व शराब माफियाओं पर कसेगी नकेल, ‘मिथिला जन जन की आवाज़’ ने इसे माना जनता के भरोसे को मजबूत करने वाला कदम
दरभंगा की ऐतिहासिक मिट्टी हमेशा से प्रशासनिक सख़्ती और सामाजिक सौहार्द्र की परीक्षा लेती आई है। बुधवार का दिन भी कुछ ऐसा ही साबित हुआ, जब मिथिला प्रक्षेत्र की डीआईजी स्वप्ना गौतम मेश्राम ने दरभंगा सदर-1 एसडीपीओ कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। यह सिर्फ़ एक औपचारिकता नहीं थी, बल्कि उस चेतावनी की दस्तक थी जो अपराधियों, फरार वारंटियों और अराजक तत्वों के लिए साफ संदेश दे गई कि आने वाले दिनों में मिथिला में पुलिस की नज़र से कोई बच नहीं पाएगा. पढ़े पुरी खबर......

दरभंगा की ऐतिहासिक मिट्टी हमेशा से प्रशासनिक सख़्ती और सामाजिक सौहार्द्र की परीक्षा लेती आई है। बुधवार का दिन भी कुछ ऐसा ही साबित हुआ, जब मिथिला प्रक्षेत्र की डीआईजी स्वप्ना गौतम मेश्राम ने दरभंगा सदर-1 एसडीपीओ कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। यह सिर्फ़ एक औपचारिकता नहीं थी, बल्कि उस चेतावनी की दस्तक थी जो अपराधियों, फरार वारंटियों और अराजक तत्वों के लिए साफ संदेश दे गई कि आने वाले दिनों में मिथिला में पुलिस की नज़र से कोई बच नहीं पाएगा।
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अपराध नियंत्रण और पूजा व्यवस्था पर पैनी नज़र: निरीक्षण के दौरान डीआईजी ने अपराध नियंत्रण से लेकर दुर्गा पूजा की तैयारियों और आगामी विधानसभा चुनाव तक हर पहलू की गहन समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों से साफ शब्दों में कहा कि अब किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
CCA दर्ज अपराधियों पर कार्रवाई: उन्होंने निर्देश दिया कि जितने भी CCA दर्ज अपराधी हैं, उन पर तत्काल प्रभाव से सख्त कार्रवाई की जाए।
फरार वारंटियों की गिरफ्तारी: पुलिस को आदेश मिला कि वारंटियों को जल्द से जल्द सलाखों के पीछे पहुँचाया जाए।
लंबित मामलों का निष्पादन: उन्होंने कहा कि वर्षों से पेंडिंग केस अब और नहीं ठंडे बस्ते में रहेंगे।
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दुर्गा पूजा पर विशेष फोकस: मिथिला का हृदय दरभंगा हर बार की तरह इस बार भी दुर्गा पूजा की भव्यता और धार्मिकता का केंद्र बनने वाला है। लेकिन इसके साथ ही शांति व्यवस्था बनाए रखना प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती भी है। डीआईजी ने साफ किया प्रत्येक पूजा समिति के साथ एक-एक पुलिस पदाधिकारी की तैनाती होगी। पुलिस पदाधिकारी लगातार पूजा कमेटियों के साथ समन्वय में रहकर स्थिति पर निगरानी रखेंगे। किसी भी प्रकार की सामाजिक गड़बड़ी या अराजक गतिविधियों को तुरंत कुचल दिया जाएगा।
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चुनावी माहौल में सख़्ती: आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर भी डीआईजी ने अधिकारियों को आगाह किया। एसडीपीओ राजीव कुमार को विशेष आदेश देते हुए उन्होंने कहा कि: फरार वारंटियों की गिरफ्तारी अभियान तेज़ किया जाए। शराब माफियाओं और उनके नेटवर्क पर लगातार नकेल कसी जाए। मतदान से पहले और बाद तक सुरक्षा-व्यवस्था की हर परत मजबूत हो।
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औचक निरीक्षण का असर: यह निरीक्षण दरभंगा ही नहीं, बल्कि पूरे मिथिला प्रक्षेत्र समस्तीपुर और मधुबनी के लिए एक बड़ा संकेत है कि आने वाले दिनों में पुलिस प्रशासन न केवल अलर्ट मोड में रहेगा बल्कि अपराधियों की जड़ तक पहुँचने का अभियान भी तेज़ करेगा।
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"मिथिला जन जन की आवाज़" की टिप्पणी: "मिथिला जन जन की आवाज़" हमेशा से इस बात को रेखांकित करता आया है कि प्रशासनिक सख़्ती तभी कारगर होती है, जब उसमें संवेदनशीलता और तत्परता दोनों शामिल हों। डीआईजी स्वप्ना गौतम मेश्राम का यह औचक निरीक्षण इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न सिर्फ़ अपराधियों के हौसले पस्त करेगा, बल्कि आम जनता में यह भरोसा भी जगाएगा कि प्रशासन उनकी सुरक्षा के लिए पूरी तरह चौकस है।
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जनता के लिए उम्मीद की किरण: दरभंगा की गलियों से लेकर मधुबनी के चौक-चौराहों तक और समस्तीपुर के ग्रामीण अंचलों से लेकर शहरी बस्तियों तक इस निरीक्षण की चर्चा हर तरफ़ है। लोग इसे एक "सख्त संदेश" मान रहे हैं कि अब मिथिला की सरज़मीं पर अपराध, शराब माफिया और अराजक तत्वों का कोई ठिकाना नहीं बचेगा।