सीएम कॉलेज परिवार की ओर से स्व. डा प्रभात कुमार चौधरी को दी गई श्रद्धांजलि, प्राचार्य ने कहा हमारे बीच से चला जाना न केवल कॉलेज परिवार के लिए, बल्कि शिक्षा जगत के लिए एक बड़ा नुकसान है।

दुनिया में शिक्षण कार्य ही एक ऐसा पेशा है, जिससे जुड़ने वाले व्यक्ति जब तक दुनिया में जिन्दा रहते हैं उनके छात्र और छात्रायें अपने शिक्षक को दिलों में बसाए रखते हैं. पढ़ें पूरी खबर......

सीएम कॉलेज परिवार की ओर से स्व. डा प्रभात कुमार चौधरी को दी गई श्रद्धांजलि, प्राचार्य ने कहा हमारे बीच से चला जाना न केवल कॉलेज परिवार के लिए, बल्कि शिक्षा जगत के लिए एक बड़ा नुकसान है।

दरभंगा- दुनिया में शिक्षण कार्य ही एक ऐसा पेशा है, जिससे जुड़ने वाले व्यक्ति जब तक दुनिया में जिन्दा रहते हैं उनके छात्र और छात्रायें अपने शिक्षक को दिलों में बसाए रखते हैं। विशेषकर ऐसे शिक्षक जो अपने छात्रों के उज्ज्वल भविष्य के लिए हमेशा चिन्तित रहते हैं और उसके लिए स्वयं को वक्फ कर देते हैं। स्व. डा प्रभात कुमार चौधरी भी ऐसे ही शिक्षक थे जो चार दशकों तक अपने छात्र- छात्राओं के लिए कार्य करते रहे और शैक्षणिक जगत में एक अच्छे शिक्षक के रूप में खुद को स्थापित किया।

                                 Advertisement

उक्त बातें प्रो. मुश्ताक अहमद, प्रधानाचार्य, सी.एम.कॉलेज, दरभंगा ने कही। प्रो. अहमद कॉलेज परिवार की ओर से आयोजित स्व. डा प्रभात कुमार चौधरी की दिवंगत आत्मा की शांति के लिए श्रद्धांजलि सभा को सम्बोधित कर रहे थे। प्रो. अहमद ने कहा कि डा चौधरी सी.एम. कॉलेज के छात्र भी रहे और 1982 से जुलाई 2023 तक समाजशास्त्र विभाग में शिक्षक एवं विभागाध्यक्ष के रूप में कार्यरत रहे। अपनी सेवानृवित के बाद भी कॉलेज में वर्ग लेते रहे। उनका देहान्त 5 सितम्बर, 2023 यानी शिक्षक दिवस को हुआ। यह प्रमाणित करता है कि डा चौधरी सच मायने में शिक्षा के लिए आजीवन समर्पित रहे।

                                  Advertisement

प्रो. अहमद ने कहा कि ऐसे में एक मिशाली शिक्षक का हमारे बीच से चला जाना न केवल कॉलेज परिवार के लिए, बल्कि शिक्षा जगत के लिए एक बड़ा नुकसान है। इस अवसर पर समाजशास्त्र विभाग के वर्तमान अध्यक्ष डा मयंक श्रीवास्तव ने कहा कि स्व. डा चौधरी न केवल अपने विषय के एक मर्मज्ञ विद्वान थे, बल्कि शिक्षक- कर्मचारियों एवं छात्र- छात्राओं के साथ भी उनका रवैया सराहनीय था। वे हम सब के लिए एक अभिभावक एवं आदर्श थे। इस अवसर पर कॉलेज के कई शिक्षकों, कर्मियों एवं छात्र- छात्राओं ने भी उन्हें एक सच्चे शिक्षक के रूप में याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।