नदी किनारे प्रेमिका से मिलने पहुंचा था प्रेमी, ग्रामीणों ने पकड़ और करा दी शादी

बिहार के दरभंगा जिले के बिरौल अनुमंडल क्षेत्र के सम्होती गांव में मंगलवार की रात कमला नदी किनारे एक प्रेमी-युगल मिलने पहुंचे। उसी क्रम में ग्रामीणों ने प्रेमी-युगल को छुपकर मिलते पकड़ लिया। जिसके बाद यह बात पूरे गांव में आग की तरफ फैल गई। ग्रामीणों ने इस बात की जानकारी पुलिस को दिया। जिसके बाद दोनों परिवार के सदस्यों के सामने पुलिस ने प्रेमी जोड़े की सहमती ली और प्रेमिका के घर पर हिंदू रितिरिवाज के अनुसार दोनों की शादी करवा दी. पढ़ें पूरी खबर.......

नदी किनारे प्रेमिका से मिलने पहुंचा था प्रेमी, ग्रामीणों ने पकड़ और करा दी शादी
नदी किनारे प्रेमिका से मिलने पहुंचा था प्रेमी, ग्रामीणों ने पकड़ और करा दी शादी

दरभंगा - बिहार के दरभंगा जिले के बिरौल अनुमंडल क्षेत्र के सम्होती गांव में मंगलवार की रात कमला नदी किनारे एक प्रेमी-युगल मिलने पहुंचे। उसी क्रम में ग्रामीणों ने प्रेमी-युगल को छुपकर मिलते पकड़ लिया। जिसके बाद यह बात पूरे गांव में आग की तरफ फैल गई। ग्रामीणों ने इस बात की जानकारी पुलिस को दिया। जिसके बाद दोनों परिवार के सदस्यों के सामने पुलिस ने प्रेमी जोड़े की सहमती ली और प्रेमिका के घर पर हिंदू रितिरिवाज के अनुसार दोनों की शादी करवा दी।

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दरअसल, बिरौल थाना क्षेत्र के बलिया गांव निवासी सुभाष चौपाल के पुत्र अशोक और घनश्यामपुर थाना क्षेत्र के स्महोती गांव निवासी अरुण चौपाल की बेटी आशा का प्रेम-प्रसंग पिछले 6 महीने से चल रहा था। बीते मंगलवार की देर रात अशोक और आशा दोनों कमला नदी किनारे सुनसान इलाके में मिलने पहुंचे। इस दौरान इस बात की भनक गांव वाले को लग गई। फिर क्या था, दोनों प्रेमी युगल को ग्रामीणों ने पकड़ लिया और दोनों को लड़की के घर ले जाकर बन्द कर दिया।

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वही ग्रामीणों ने गांव का बिगड़ा माहौल देखकर इस बात की जानकारी अशोक के परिजनों को देते हुए घनश्यामपुर बुलाया गया। जिसके बाद देर रात दोनों के परिवार साथ बैठे और दोनों परिवार शादी के लिए तैयार हो गई। रात में ही गांव के एक मंदिर में शादी कराने का फैसला लिया गया। वही पुलिस के समक्ष प्रेमी-प्रेमिका ने स्वीकार किया कि दोनों पिछले 6 महीने से एक दूसरे से प्रेम कर रहे थे। इस दौरान कई बार दोनों छिपछिप कर मिला करते थे। जिसके बाद ग्रामीणों के सामने अशोक और आशा की शादी करा दी गई।