दरभंगा के अम्बेडकर सभागार से गूँजी महिलाओं की आत्मनिर्भरता की पुकार मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना से चमक उठीं जीविका दीदियों की आँखों में सपनों की रोशनी, डीएम कौशल कुमार का संकल्प ‘लखपति दीदी अब बनेंगी करोड़पति दीदी’, नीतीश सरकार ने दिया सम्मानजनक जीवन का भरोसा
दरभंगा समाहरणालय परिसर का अम्बेडकर सभागार रविवार को महिलाओं के उत्साह, उम्मीद और आत्मनिर्भरता के सपनों का साक्षी बना। मंच पर एक ओर प्रशासनिक अमला मौजूद था तो दूसरी ओर सभागार में बैठी 200 से अधिक जीविका दीदियों की चमकती आँखें इस बात की गवाही दे रही थीं कि मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना उनके जीवन को एक नई दिशा देने वाली है। बिहार सरकार द्वारा शुरू की गई यह महत्वाकांक्षी योजना दरभंगा सहित पूरे राज्य की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का मील का पत्थर साबित हो सकती है. पढ़े पुरी खबर........

दरभंगा: दरभंगा समाहरणालय परिसर का अम्बेडकर सभागार रविवार को महिलाओं के उत्साह, उम्मीद और आत्मनिर्भरता के सपनों का साक्षी बना। मंच पर एक ओर प्रशासनिक अमला मौजूद था तो दूसरी ओर सभागार में बैठी 200 से अधिक जीविका दीदियों की चमकती आँखें इस बात की गवाही दे रही थीं कि मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना उनके जीवन को एक नई दिशा देने वाली है। बिहार सरकार द्वारा शुरू की गई यह महत्वाकांक्षी योजना दरभंगा सहित पूरे राज्य की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का मील का पत्थर साबित हो सकती है।
मुख्यमंत्री ने दिखाई जागरूकता रथों को हरी झंडी: राज्य स्तर पर आयोजित मुख्य समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस योजना का विधिवत शुभारंभ किया और 250 जागरूकता रथों को हरी झंडी दिखाकर पूरे राज्य के जिलों की ओर रवाना किया। इन रथों का उद्देश्य गाँव-गाँव तक योजना का संदेश पहुँचाना और महिलाओं को जागरूक करना है। दरभंगा में इसका सीधा प्रसारण दिखाया गया, जिसके साथ ही कार्यक्रम का स्थानीय शुभारंभ हुआ।
जीविका दीदियों में उत्साह और उमंग: जिले के सभी 69 संकुल संघों से जुड़ी दीदियाँ इस आयोजन का हिस्सा बनीं। कई दीदियों के लिए यह महज़ एक सरकारी योजना नहीं, बल्कि जीवन को नई राह देने वाला अवसर था। उनके चेहरों पर झलकती खुशी और भविष्य की उम्मीदों ने कार्यक्रम को खास बना दिया। सलोनी देवी नामक एक जीविका दीदी ने कार्यक्रम के दौरान कही: "आज तक हमारे सपने अधूरे रह जाते थे क्योंकि पूंजी की कमी हर बार रास्ता रोक देती थी। अब मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना से हमें अपने मनपसंद रोजगार की शुरुआत करने का अवसर मिलेगा। यह योजना हमारे लिए किसी वरदान से कम नहीं।”
जिलाधिकारी कौशल कुमार का संबोधन: कार्यक्रम में जिलाधिकारी कौशल कुमार ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जीविका दीदियाँ पूरे राज्य की ताक़त हैं। उन्होंने कहा “अब तक कई दीदियाँ लाखपति बनी हैं, लेकिन इस योजना के जरिये वे करोड़पति दीदी बनने की दिशा में कदम बढ़ा सकती हैं। यह केवल आर्थिक मदद नहीं, बल्कि सम्मानजनक जीवन की ओर एक सुनहरा अवसर है।” डीएम ने बताया कि योजना के तहत प्रत्येक जीविका दीदी के खाते में 10,000 रुपये की सीधी आर्थिक सहायता ट्रांसफर की जाएगी। उन्होंने पारदर्शिता पर विशेष बल देते हुए कहा कि योजना के क्रियान्वयन में किसी भी तरह की गड़बड़ी या अवैध वसूली बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अगर किसी स्तर पर ऐसी शिकायत मिली तो संबंधित कर्मियों पर कठोर कार्रवाई होगी। उन्होंने दीदियों से संवाद भी किया और उनसे फीडबैक लिया। साथ ही, उन्होंने अपील की कि इस योजना की राशि का सही उपयोग कर इसे अपने सपनों को पूरा करने और परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत करने में लगाएँ।
योजना की प्रक्रिया और जानकारी: जिला परियोजना प्रबंधक डॉ. ऋचा गर्गी ने योजना की पूरी प्रक्रिया विस्तार से समझाई। उन्होंने पात्रता मानक, आवश्यक दस्तावेज, आवेदन प्रक्रिया, मिलने वाले लाभ और सावधानियों की जानकारी दी। उनकी सरल और सहज व्याख्या से दीदियों की शंकाएँ दूर हुईं और उनका आत्मविश्वास और भी मजबूत हुआ। उन्होंने कहा “यह योजना केवल आर्थिक सहायता तक सीमित नहीं है, बल्कि इससे महिलाओं को समाज में नेतृत्व की भूमिका निभाने का अवसर भी मिलेगा। योजना का सही उपयोग करके महिलाएँ अपने परिवार को ही नहीं, बल्कि पूरे समाज को बदलने की ताक़त रखती हैं।”
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जागरूकता के नए साधन: संचार प्रबंधक राजा सागर ने जानकारी दी कि राज्य कार्यालय से दरभंगा जिले के लिए 10 महिला संवाद जागरूकता रथ उपलब्ध कराए गए हैं। ये रथ गाँव-गाँव में जाकर लघु चलचित्रों, लीफलेट्स और अन्य जागरूकता गतिविधियों के माध्यम से महिलाओं को योजना की प्रक्रिया और लाभों के बारे में बताएँगे। इससे सुनिश्चित होगा कि योजना की जानकारी किसी भी कोने में छूट न जाए।
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प्रशासन का भरोसा और महिलाओं की उम्मीद: कार्यक्रम में शामिल अधिकारी उप विकास आयुक्त स्वपनिल, सहायक संहर्ता के. परीक्षित, सभी प्रखंडों के बीपीएम और अन्य संबंधित अधिकारियों की उपस्थिति ने यह भरोसा दिलाया कि प्रशासन पूरी तत्परता के साथ योजना को लागू करने को तैयार है। जीविका दीदियों की आँखों में चमक और उनके चेहरों पर खुशी यह संदेश दे रही थी कि यह योजना उनके जीवन को बदलने का वादा लेकर आई है। यह केवल सरकारी सहायता नहीं, बल्कि आत्मनिर्भरता और सम्मानजनक जीवन की ओर उठाया गया मजबूत कदम है।
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना ने दरभंगा की मिट्टी से निकलती उस परंपरा को नया जीवन दिया है जिसमें महिलाएँ केवल घर तक सीमित नहीं, बल्कि समाज की आर्थिक धारा की मुख्य धुरी बन रही हैं। जीविका दीदियों की उमंग और संकल्प यह साबित करते हैं कि आने वाले दिनों में यह योजना न केवल व्यक्तिगत जीवन बदलेगी, बल्कि दरभंगा और पूरे बिहार की सामाजिक-आर्थिक तस्वीर को भी नया रूप देगी।