एम्स का निर्माण जल्द होगा शुरू, गृह मंत्री अमित शाह से मिले सांसद डॉ. गोपालजी ठाकुर

दरभंगा एम्स निर्माण को लेकर सांसद डॉ. गोपालजी ठाकुर ने भारत सरकार के गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। मुलाकात के क्रम में सांसद ने केन्द्रीय गृह मंत्री को दरभंगा एम्स की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी. पढ़े पूरी खबर....

एम्स का निर्माण जल्द होगा शुरू, गृह मंत्री अमित शाह से मिले सांसद डॉ. गोपालजी ठाकुर

दरभंगा। दरभंगा एम्स निर्माण को लेकर सांसद डॉ. गोपालजी ठाकुर ने आज भारत सरकार के गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। मुलाकात के क्रम में सांसद ने केन्द्रीय गृह मंत्री को दरभंगा एम्स की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि दरभंगा एम्स भारत सरकार की महत्त्वाकांक्षी परियोजना और उत्तर बिहार के लिए स्वास्थ्य के क्षेत्र में वरदान है। परंतु बिहार सरकार के असहयोगात्मक रवैया एवं अटकाने, लटकाने एवं भटकाने वाली नीति के कारण अब तक इस एम्स का निर्माण संभव नहीं हो सका है।

उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि बिहार में खासकर उत्तर बिहार और मिथिला में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने को मद्देनजर रखते हुए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्ष 2015-16 के आम बजट में बिहार में दूसरे एम्स निर्माण को मंजूरी प्रदान किया गया था। उन्होंने कहा कि अब जब बिहार में महागठबंधन की सरकार बन गई है तो सरकार के इशारे पर दरभंगा में एम्स नहीं बने इसको लेकर महागठबंधन के नेता कभी अशोक पेपर मिल, तो कभी शोभन के जमीन की चर्चा कर इसके निर्माण में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि डीएमसीएच की 73 एकड़ जमीन अतिक्रमित हो चुकी है, इस पर मुख्यमंत्री कोई वक्तव्य नहीं दे रहे है।

सांसद डॉ. ठाकुर ने कहा कि दरभंगा एम्स निर्माण को गति प्रदान करने हेतु भारत सरकार द्वारा एम्स के कार्यकारी निदेशक को भी नियुक्त कर दिया गया है। कार्यकारी निदेशक नियुक्त होने के पश्चात 06.09.2022 को एम्स निर्माण हेतु प्रस्तवित डीएमसीएच का 81एकड़ भूमि भौतिक रूप से दरभंगा एम्स के निदेशक को हस्तांतरित कर दिया। अब राजनीतिक द्वेष और मिथिला में भाजपा के बढ़ते दबदबा को देखते बिहार के मुख्यमंत्री ने अपने समाधान यात्रा के दौरान इसके निर्माण को अटकाने, लटकाने एवं भटकाने की मंशा से इसका निर्माण स्थल परिवर्तन करने का घोषणा कर दिए। सांसद डॉ. ठाकुर ने गृह मंत्री को दरभंगा सहित मिथिला में चल रहे अन्य कई केंद्रीय परियोनाओं की यथास्थिति से भी अवगत कराएं।