दरभंगा की सड़कों की रफ़्तार बदलेगी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मिथिला शोध संस्थान आगमन पर लागू हुआ विशेष ट्रैफिक प्लान आपके लिए जरूरी खबर, जानिए कौन–कौन से मार्ग रहेंगे बंद और किस रास्ते से मिलेगी निकासी व पार्किंग की सुविधा
मिथिला की धरती हमेशा से अपने मेहमानों का स्वागत खुले मन और पवित्र भाव से करती आई है। इस बार अवसर है माननीय मुख्यमंत्री बिहार नीतीश कुमार के आगमन का, जब वे मिथिला शोध संस्थान, दरभंगा पधारेंगे। यह केवल एक सरकारी कार्यक्रम नहीं, बल्कि पूरे शहर का उत्सव है, जिसमें सड़कें भी अपनी चाल बदलेंगी, रास्ते अपनी दिशा बदलेंगे और पूरा शहर एक अनुशासित मेजबान की तरह मुख्यमंत्री का स्वागत करेगा। मुख्यमंत्री के आगमन और सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासन ने दरभंगा शहर के लिए एक विशेष ट्रैफिक प्लान जारी किया है. पढ़े पुरी खबर......

दरभंगा। मिथिला की धरती हमेशा से अपने मेहमानों का स्वागत खुले मन और पवित्र भाव से करती आई है। इस बार अवसर है माननीय मुख्यमंत्री बिहार नीतीश कुमार के आगमन का, जब वे मिथिला शोध संस्थान, दरभंगा पधारेंगे। यह केवल एक सरकारी कार्यक्रम नहीं, बल्कि पूरे शहर का उत्सव है, जिसमें सड़कें भी अपनी चाल बदलेंगी, रास्ते अपनी दिशा बदलेंगे और पूरा शहर एक अनुशासित मेजबान की तरह मुख्यमंत्री का स्वागत करेगा। मुख्यमंत्री के आगमन और सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासन ने दरभंगा शहर के लिए एक विशेष ट्रैफिक प्लान जारी किया है। यह व्यवस्था कार्यक्रम शुरू होने से तीन घंटे पहले से लागू होगी और कार्यक्रम समाप्ति के तीन घंटे बाद तक प्रभावी रहेगी। इसका मक़सद है सुरक्षा, सहजता और जनसुविधा।
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रास्तों की रूपरेखा: स्वागत के लिए सजेगा मार्ग: मुख्यमंत्री की गाड़ी जब दरभंगा की सड़कों से गुज़रेगी तो उनका मार्ग भी शहर के इतिहास की गवाही देगा। प्रवेश मार्ग तय किया गया है पॉलिटेक्निक चौक → WIT मोड़ → DPS जूनियर मोड़ → नीम चौक → महाराज जी पुल जाने वाला मोड़ → मिश्रीगंज → कवाडघाट → तीन पटिया → शिव मंदिर → कार्यक्रम स्थल। निकासी मार्ग होगा—कार्यक्रम स्थल → शिव मंदिर → चौक शनि मंदिर → नाका-02 → मिश्रीगंज → कवाडघाट → तीन पटिया → कैदराबाद → पटेल चौक। यानी आगमन और प्रस्थान दोनों ही अवसरों पर मुख्यमंत्री का काफ़िला शहर की गलियों से गुज़रते हुए लोगों की उम्मीदों और अभिलाषाओं का हिस्सा बनेगा।
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आमजन के लिए विशेष दिशा-निर्देश: ट्रैफिक पुलिस ने शहरवासियों से अपील की है कि वे निर्धारित मार्गों का पालन करें और प्रशासन को सहयोग दें। बाघ मोड़ से शिवधारा तथा शिवधारा से बाघ मोड़ का रास्ता पूरी तरह बंद रहेगा। हसन चौक से पॉलिटेक्निक और दरभंगा टावर से गुदरी बाजार होते हुए कैदराबाद जाने वाले मार्ग भी बंद रहेंगे। लेकिन दरभंगा प्रशासन ने शहर की नब्ज़ को समझते हुए वैकल्पिक रास्तों की भी व्यवस्था की है।शिवधारा से शहर की ओर आने वाले वाहन अब बाजार समिति → NH-57 → दिल्ली मोड़ → बाघ मोड़ होकर आ पाएंगे। वहीं, बाघ मोड़ से शिवधारा/बाजार समिति की ओर जाने वाले वाहन दिल्ली मोड़ होते हुए अपने गंतव्य तक पहुंचेंगे। हसन चौक, दरभंगा टावर और महाराज जी पुल से बाजार समिति/शिवधारा जाने वाले वाहनों को इनकम टैक्स चौक → बाघ मोड़ → दिल्ली मोड़ होकर गुज़रना होगा। इस प्रकार यातायात का पूरा नक्शा पुनः रचा गया है, ताकि किसी को असुविधा न हो और कार्यक्रम सुचारू रूप से संपन्न हो।
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आपातकालीन सेवाओं को मिलेगी छूट: जनसुविधा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि एम्बुलेंस, अग्निशमन वाहन और अन्य आपातकालीन सेवाएं इस ट्रैफिक व्यवस्था से मुक्त रहेंगी। जीवन रक्षा और आपातकालीन सहायता सर्वोच्च प्राथमिकता पर बनी रहेगी।
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पार्किंग की विशेष व्यवस्था: इतने बड़े आयोजन में सबसे बड़ी चुनौती होती है वाहनों की पार्किंग। लेकिन प्रशासन ने इसकी भी सुचारू व्यवस्था कर दी है। आम जनता एवं SDM/SDPO/Sr.DC/Dy.SP रैंक तक के अधिकारियों के वाहन राज मैदान में पार्क किए जाएंगे। इसके लिए खास मार्ग पॉलिटेक्निक चौक से WIT मोड़ होकर सीधे राज मैदान निर्धारित किया गया है। वहीं, वरिष्ठ अधिकारियों एवं VVIP/VVIP वाहनों की पार्किंग सीधे कार्यक्रम स्थल परिसर में होगी। यह सुनिश्चित करेगा कि कार्यक्रम स्थल के आसपास अनावश्यक भीड़ न हो और यातायात का प्रवाह संतुलित बना रहे।
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अनुशासन ही बनेगा सौंदर्य: दरभंगा प्रशासन का मानना है कि केवल पुलिस और बैरिकेडिंग से ही व्यवस्था सफल नहीं होती। असली सफलता तब मिलती है जब जनता स्वयं अनुशासन का पालन करती है। यही वजह है कि शहरवासियों से अपील की गई है कि वे ट्रैफिक प्लान को सहयोगपूर्वक अपनाएं और मुख्यमंत्री के आगमन को गरिमामय बनाएं।
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एक शहर, एक धड़कन: दरभंगा इन दिनों उत्साह और इंतज़ार की अवस्था में है। मिथिला शोध संस्थान में मुख्यमंत्री का आगमन केवल एक सरकारी कार्यक्रम नहीं बल्कि मिथिला की संस्कृति, विद्या और परंपरा को नई ऊर्जा देने वाला क्षण होगा। और इस क्षण को सफल बनाने में हर राहगीर, हर वाहन चालक, हर नागरिक की भूमिका होगी। जब मुख्यमंत्री का काफ़िला इन सड़कों से गुज़रेगा तो वह दृश्य केवल राजनीति या प्रशासन की दृष्टि से नहीं देखा जाएगा, बल्कि यह इस बात की गवाही होगा कि मिथिला अपने अतिथि का स्वागत कैसे करती है।