पूर्व केंद्रीय मंत्री फातमी ने केंद्र सरकार से दरभंगा एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने की मांग
पूर्व केंद्रीय मंत्री सह जेडीयू के वरिष्ठ नेता मो. अली अशरफ़ फ़ातमी ने केंद्र सरकार से दरभंगा एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने की मांग की है। साथ ही, इसके विकास में किए जा ढुलमुल रवैये पर भी नाराजगी जाहिर की है. पढ़े पूरी खबर....
दरभंगा - पूर्व केंद्रीय मंत्री सह जेडीयू के वरिष्ठ नेता मो. अली अशरफ़ फ़ातमी ने केंद्र सरकार से दरभंगा एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने की मांग की है। साथ ही, इसके विकास में किए जा ढुलमुल रवैये पर भी नाराजगी जाहिर की है। वही फ़ातमी ने कहा कि, पहले कहते थे बिहार सरकार जमीन नहीं उपलब्ध करवा रही है। इसलिए इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट का कार्य आगे नहीं बढ़ रहा है। अब तो बिहार सरकार ने ज़मीन भी दे दी है तो फिर देर किस बात की।
वही फमती ने कहा कि कभी कहते हैं अब टेंडर होगा तब टेंडर होगा। लेकिन कुछ हो रहा नहीं है। जिससे लोगों को काफ़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। रनवे की कमी है। कोहरे की वजह से फ्लाइट की लैंडिंग नहीं हो पाती है। हमारी मांग है कि, दरभंगा एयरपोर्ट को जल्द से जल्द अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाया जाए। साथी ही, वहां पर इंफ्रास्ट्रक्चर को और अधिक डेवलप किया जाए। फ्लाइट की संख्या बढ़ाई जाए।स्पाइस जेट के अलावे और अन्य एयरलाइन्स की संख्या बढ़ाई जाए।
बात दें कि, दरभंगा एयरपोर्ट उत्तर बिहार का सबसे बड़ा एयरपोर्ट है जहां प्रति वर्ष लाखों लोग हवाई सफर करते हैं। कमाई के लिहाज से भी कई कीर्तिमान स्थापित कर चुके हैं। सदन से लेकर सड़क तक इसकी चर्चाएं होती रही है। अगर इस एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बना दिया जाएगा तो इस क्षेत्र के लोगों यहाँ से देश-विदेश का सफर आसान हो जाएगा। साथ ही, हज जानेवाले लोगों के लिए काफी सुविधा होगा। इससे न सिर्फ उत्तर बिहार के लोग लाभान्वित होंगे बल्कि, नेपाल कई जिलों के लोगों को भी इसका फायदा मिलेगा।
गौरतलब हो कि, उड़ान योजना के तहत दरभंगा एयरपोर्ट से फ्लाइट का परिचालन 2020 में शुरू हुईं थी जो कम सुविधा रहने के बावजूद करीब 14 लाख यात्रियों को सफर करवाने में कामयाब रही है। जो देशभर में जितने भी उड़ान योजना के तहत एयरपोर्ट संचालित है। उसमें यात्री आवागमन के मामले में सर्वोच्च स्थान भी प्राप्त कर चुका है।