नगर थाने का आईजी राजेश कुमार ने किया निरीक्षण: कहा- दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर में अच्छा रिस्पांस दे रही है यहां की पुलिस, अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्यवाई के दिए निर्देश

फरार अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग पुलिस टीम का गठन किया गया है। पुलिस की व्यवस्था और बेहतर करने के लिए तरह-तरह से कार्य किए जा रहे हैं। कई तरह के अपराधी अपराध करते हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग ऑफिसर को कारवाई करने के लिए निर्देशित किया गया है. पढ़े पुरी खबर........

नगर थाने का आईजी राजेश कुमार ने किया निरीक्षण: कहा- दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर में अच्छा रिस्पांस दे रही है यहां की पुलिस, अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्यवाई के दिए निर्देश
नगर थाने का आईजी राजेश कुमार ने किया निरीक्षण: कहा- दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर में अच्छा रिस्पांस दे रही है यहां की पुलिस; फोटो: मिथिला जन जन की आवाज

दरभंगा:- फरार अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग पुलिस टीम का गठन किया गया है। पुलिस की व्यवस्था और बेहतर करने के लिए तरह-तरह से कार्य किए जा रहे हैं। कई तरह के अपराधी अपराध करते हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग ऑफिसर को कारवाई करने के लिए निर्देशित किया गया है।

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अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ऑफिसर की छोटी-छोटी टीम बनाने का निर्देश दिया गया है। उक्त बातें मिथिला क्षेत्र के आईजी राजेश कुमार ने नगर थाना व सर्किल कार्यालय के निरीक्षण के बाद पत्रकारों से कही। वहीं उन्होंने थानाध्यक्षों को निर्देश दिया कि सीसीए का प्रस्ताव समय-समय पर भेजते रहें, ताकि उन पर कारवाई की जा सके।

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आईजी ने कहा कि मिथिला क्षेत्र के दरभंगा, मधुबनी व समस्तीपुर जिला में बेहतर पुलिसिंग चल रही है और भी बेहतर करने की प्रक्रिया चल रही है। पुलिस बल की कमी नहीं है। बड़े अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए अलग से पुलिस पदाधिकारी का टीम बनाकर गिरफ्तार करने का निर्देश दिया गया है। वहीं छोटे-छोटे टीम को बनाकर स्पेशल ड्राइव समय-समय पर चलने का निर्देश दिया गया है। तीनों जिला में अपराधियों के खिलाफ स्पीडी ट्रायल चलाकर सजा दिलवाने का भी निर्देश दिया गया है।

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वहीं उन्होंने कहा कि भूमि विवाद के लिए हर शनिवार थाना स्तर पर अंचल अधिकारी और थानाध्यक्ष दोनों पक्षों को बैठाकर निदान करवाने का प्रयास करते हैं। यदि निदान नहीं हो पता है तो 15 दिन पर डीएसपी और सिविल एसडीओ के पास भी निदान के लिए बुलाया जाता है। वहां भी निदान नहीं होने पर जिला के एसपी और डीएम के पास भी भेजा जाता है।

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भू-माफियाओं के द्वारा जमीन मालिकों को परेशान किया जाता है, तो उन लोगों का अपराधिक इतिहास बिहार पुलिस के पोर्टल पर अपलोड किया जा रहा है। वहीं शराब कारोबारी, दंगाई, छेड़खानी सहित 14 तरह के अपराधिक मामले का भी रजिस्टर तैयार किया जा रहा है। धारा 107 का प्रस्ताव समर्पित करने को निर्देश दिया गया है। निरीक्षण के दौरान प्रभारी एसएसपी सह सिटी एसपी अशोक कुमार, सदर एसडीपीओ अमित कुमार, सर्किल इंस्पेक्टर सहित शहर के कई थानाध्यक्ष उपस्थित थे।